कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र (Krishna Kripa Kataksh Stotra)

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र (Krishna Kripa Kataksh Stotra) एक प्राचीन संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की कृपा के लिए प्रार्थना करता है। यह स्तोत्र नौ श्लोक में विभाजित है यह स्तोत्र आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र को कृष्ण जन्माष्टमी के दिन विशेष रूप से पढ़ा जाता है। इस दिन, भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं।

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र लिरिक्स (Krishna Kripa Kataksh Stotra Lyrics)

।। श्रीकृष्ण प्रार्थना ।।

मूकं करोति वाचालं पंगु लंघयते गिरिम्।
यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम्।।
नाहं वसामि वैकुण्ठे योगिनां हृदये न च।
मद्भक्ता यत्र गायन्ति तत्र तिष्ठामि नारद।।

।। अथ श्रीकृष्ण कृपाकटाक्ष स्तोत्र ।।

भजे व्रजैकमण्डनं समस्तपापखण्डनं,
स्वभक्तचित्तरंजनं सदैव नन्दनन्दनम्।
सुपिच्छगुच्छमस्तकं सुनादवेणुहस्तकं,
अनंगरंगसागरं नमामि कृष्णनागरम्॥

मनोजगर्वमोचनं विशाललोललोचनं,
विधूतगोपशोचनं नमामि पद्मलोचनम्।
करारविन्दभूधरं स्मितावलोकसुन्दरं,
महेन्द्रमानदारणं नमामि कृष्ण वारणम्॥

कदम्बसूनकुण्डलं सुचारुगण्डमण्डलं,
व्रजांगनैकवल्लभं नमामि कृष्णदुर्लभम्।
यशोदया समोदया सगोपया सनन्दया,
युतं सुखैकदायकं नमामि गोपनायकम्॥

सदैव पादपंकजं मदीय मानसे निजं,
दधानमुक्तमालकं नमामि नन्दबालकम्।
समस्तदोषशोषणं समस्तलोकपोषणं,
समस्तगोपमानसं नमामि नन्दलालसम्॥

भुवो भरावतारकं भवाब्धिकर्णधारकं,
यशोमतीकिशोरकं नमामि चित्तचोरकम्।
दृगन्तकान्तभंगिनं सदा सदालिसंगिनं,
दिने-दिने नवं-नवं नमामि नन्दसम्भवम्॥

गुणाकरं सुखाकरं कृपाकरं कृपापरं,
सुरद्विषन्निकन्दनं नमामि गोपनन्दनं।
नवीन गोपनागरं नवीनकेलि-लम्पटं,
नमामि मेघसुन्दरं तडित्प्रभालसत्पटम्।।

समस्त गोप मोहनं, हृदम्बुजैक मोदनं,
नमामिकुंजमध्यगं प्रसन्न भानुशोभनम्।
निकामकामदायकं दृगन्तचारुसायकं,
रसालवेणुगायकं नमामिकुंजनायकम्।।

विदग्ध गोपिकामनो मनोज्ञतल्पशायिनं,
नमामि कुंजकानने प्रवृद्धवह्निपायिनम्।
किशोरकान्ति रंजितं दृगंजनं सुशोभितं,
गजेन्द्रमोक्षकारिणं नमामि श्रीविहारिणम्।।

यदा तदा यथा तथा तथैव कृष्णसत्कथा,
मया सदैव गीयतां तथा कृपा विधीयताम्।
प्रमाणिकाष्टकद्वयं जपत्यधीत्य यः पुमान्,
भवेत्स नन्दनन्दने भवे भवे सुभक्तिमान॥

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र अंग्रेजी में (Krishna Kripa Kataksh Stotra Lyrics In English)

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.. shriikṛshṇ praarthanaa ..

muukam karoti vaachaalam pangu langhayate girim.
yatkṛpaa tamaham vande paramaanand maadhavam..
naaham vasaami vaikuṇṭhe yoginaan hṛdaye n cha.
madbhaktaa yatr gaayanti tatr tishṭhaami naarada..

.. ath shriikṛshṇ kṛpaakaṭaaksh stotr ..

bhaje vrajaikamaṇḍanam samastapaapakhaṇḍanam,
svabhaktachittaranjanam sadaiv nandanandanam.
supichchhaguchchhamastakam sunaadaveṇuhastakam,
anangarangasaagaram namaami kṛshṇanaagaram॥

manojagarvamochanam vishaalalolalochanam,
vidhuutagopashochanam namaami padmalochanam.
karaaravindabhuudharam smitaavalokasundaram,
mahendramaanadaaraṇam namaami kṛshṇ vaaraṇam॥

kadambasuunakuṇḍalam suchaarugaṇḍamaṇḍalam,
vrajaanganaikavallabham namaami kṛshṇadurlabham.
yashodayaa samodayaa sagopayaa sanandayaa,
yutam sukhaikadaayakam namaami gopanaayakam॥

sadaiv paadapankajam madiiy maanase nijam,
dadhaanamuktamaalakam namaami nandabaalakam.
samastadoshashoshaṇam samastalokaposhaṇam,
samastagopamaanasam namaami nandalaalasam॥

bhuvo bharaavataarakam bhavaabdhikarṇadhaarakam,
yashomatiikishorakam namaami chittachorakam.
dṛgantakaantabhanginam sadaa sadaalisanginam,
dine-dine navam-navam namaami nandasambhavam॥

guṇaakaram sukhaakaram kṛpaakaram kṛpaaparam,
suradvishannikandanam namaami gopanandanam.
naviin gopanaagaram naviinakeli-lampaṭam,
namaami meghasundaram taḍitprabhaalasatpaṭam..

samast gop mohanam, hṛdambujaik modanam,
namaamikunjamadhyagam prasann bhaanushobhanam.
nikaamakaamadaayakam dṛgantachaarusaayakam,
rasaalaveṇugaayakam namaamikunjanaayakam..

vidagdh gopikaamano manojñatalpashaayinam,
namaami kunjakaanane pravṛddhavahnipaayinam.
kishorakaanti ranjitam dṛganjanam sushobhitam,
gajendramokshakaariṇam namaami shriivihaariṇam..

yadaa tadaa yathaa tathaa tathaiv kṛshṇasatkathaa,
mayaa sadaiv giiyataan tathaa kṛpaa vidhiiyataam.
pramaaṇikaashṭakadvayam japatyadhiity yah pumaan,
bhavets nandanandane bhave bhave subhaktimaana॥

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र पीडीएफ (Krishna Kripa Kataksh Stotra PDF)

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र विधि वीडियो (Krishna Kripa Kataksh Stotra Video)

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र विधि (Krishna Kripa Kataksh Stotra Vidhi)

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  •  एक शांत और पवित्र स्थान चुनें जहां आप बिना किसी व्यवधान के अपने ध्यान को केंद्रित कर सकें।
  • एक आसन पर बैठ जाएं और अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखना चाहिए।
  • अपने मन को शांत करें और भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति को केंद्रित करना चाहिए।
  • स्तोत्र का पाठ करना शुरू करें।
  • प्रत्येक छंद को ध्यान से पढ़कर भगवान कृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करें।
  • स्तोत्र का पाठ करते समय, भगवान कृष्ण के दिव्य रूप का ध्यान करना चाहिए।
  • स्तोत्र का पाठ करने के बाद, भगवान कृष्ण से अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए कृष्ण से प्रार्थना करना चाहिए।

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र लाभ (Krishna Kripa Kataksh Stotra Benefit)

  • यदि भगवान कृष्ण भक्त की भक्ति से प्रसन्न होते हैं, तो वे उसे अपनी कृपा प्रदान करते हैं।
  • कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र भक्त भगवान कृष्ण से अपने सभी पापों और दोषों को क्षमा करने के लिए प्रार्थना करता है। यदि भगवान कृष्ण भक्त की प्रार्थना स्वीकार करते हैं, तो वे उसके पापों को क्षमा करते हैं।
  •  भगवान कृष्ण के दर्शन से भक्त को शांति और सुख प्राप्त होता है। कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र के पाठ से भक्त को भगवान कृष्ण के दर्शन प्राप्त हो सकते हैं, जिससे उसे शांति और सुख मिलता है।
  • भगवान कृष्ण की कृपा से भक्त मोक्ष प्राप्त कर सकता है।

 कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र से सबंधित प्रश्न उत्तर (Krishna Kripa Kataksh Stotra FAQ)

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र किसके द्वारा लिखा था?

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र (Krishna Kripa Kataksh Stotra) आदि शंकराचार्य द्वारा लिखा गया था।

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र में कितने श्लोक हैं?

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र में नौ श्लोक है।

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र का पाठ करने का सबसे अच्छा समय क्या है?

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र (Krishna Kripa Kataksh Stotra) का पाठ को आप किसी भी समय कर सकते है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन विशेष रूप से इसका पाठ करना शुभ माना जाता है।

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र किस भाषा में रचित है ?

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र संस्कृत भाषा में रचित है।

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र किसको सम्पर्पित है ?

कृष्ण कृपा कटाक्ष स्तोत्र भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Updated on May 11, 2024

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