पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स (Parasnath Stotra Lyrics)

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स (Parasnath Stotra Lyrics) भगवान पारसनाथ को समर्पित एक जैन स्तोत्र है। पारसनाथ जी जैन धर्म के २३वे तीर्थकार के रूप में जाने जाते है। पारसनाथ स्तोत्र जैन धर्म के सबसे लोकप्रिय स्तोत्रों में से एक है। यह स्तोत्र जैन मंदिरों और घरों में पढ़ा जाता है।

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स (Parasnath Stotra Lyrics)

नरेन्द्रं फणीन्द्रं सुरेन्द्रं अधीशं, शतेन्द्रं सु पुजै भजै नाय शीशं ।
मुनीन्द्रं गणीन्द्रं नमे जोड़ि हाथं, नमो देव देवं सदा पार्श्वनाथं ॥१॥

गजेन्द्रं मृगेन्द्रं गह्यो तू छुडावे, महा आगतै नागतै तू बचावे ।
महावीरतै युद्ध में तू जितावे, महा रोगतै बंधतै तू छुडावे ॥२॥

दुखी दु:खहर्ता सुखी सुखकर्ता, सदा सेवको को महा नन्द भर्ता ।
हरे यक्ष राक्षस भूतं पिशाचं, विषम डाकिनी विघ्न के भय अवाचं ॥३॥

दरिद्रीन को द्रव्य के दान दीने, अपुत्रीन को तू भले पुत्र कीने ।
महासंकटों से निकारे विधाता, सबे सम्पदा सर्व को देहि दाता ॥४॥

महाचोर को वज्र को भय निवारे, महपौन को पुंजतै तू उबारे ।
महाक्रोध की अग्नि को मेघधारा, महालोभ शैलेश को वज्र मारा ॥५॥

महामोह अंधेर को ज्ञान भानं, महा कर्म कांतार को धौ प्रधानं ।
किये नाग नागिन अधो लोक स्वामी, हरयो मान दैत्य को हो अकामी ॥६॥

तुही कल्पवृक्षं तुही कामधेनं, तुही दिव्य चिंतामणि नाग एनं ।
पशु नर्क के दुःखतै तू छुडावे, महास्वर्ग में मुक्ति में तू बसावे ॥७॥

करे लोह को हेम पाषण नामी, रटे नाम सो क्यों ना हो मोक्षगामी ।
करै सेव ताकी करै देव सेवा, सुने बैन सोही लहे ज्ञान मेवा ॥८॥

जपै जाप ताको नहीं पाप लागे, धरे ध्यान ताके सबै दोष भागे ।
बिना तोहि जाने धरे भव घनेरे, तुम्हारी कृपा तै सरै काज मेरे ॥९॥

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स अंग्रेजी (Parasnath Stotra Lyrics In English)

narendram phaṇiindram surendram adhiisham, shatendram su pujai bhajai naay shiisham .
muniindram gaṇiindram name jodi haatham, namo dev devam sadaa paarshvanaatham ॥१॥

gajendram mṛgendram gahyo tuu chhuḍaave, mahaa aagatai naagatai tuu bachaave .
mahaaviiratai yuddh men tuu jitaave, mahaa rogatai bandhatai tuu chhuḍaave ॥२॥

dukhii du:khahartaa sukhii sukhakartaa, sadaa sevako ko mahaa nand bhartaa .
hare yaksh raakshas bhuutam pishaacham, visham ḍaakinii vighn ke bhay avaacham ॥३॥

daridriin ko dravy ke daan diine, aputriin ko tuu bhale putr kiine .
mahaasankaṭon se nikaare vidhaataa, sabe sampadaa sarv ko dehi daataa ॥४॥

mahaachor ko vajr ko bhay nivaare, mahapown ko punjatai tuu ubaare .
mahaakrodh kii agni ko meghadhaaraa, mahaalobh shailesh ko vajr maaraa ॥५॥

mahaamoh amdher ko jñaan bhaanam, mahaa karm kaantaar ko dhow pradhaanam .
kiye naag naagin adho lok svaamii, harayo maan daity ko ho akaamii ॥६॥

tuhii kalpavṛksham tuhii kaamadhenam, tuhii divy chintaamaṇi naag enam .
pashu nark ke duahkhatai tuu chhuḍaave, mahaasvarg men mukti men tuu basaave ॥७॥

kare loh ko hem paashaṇ naamii, raṭe naam so kyon naa ho mokshagaamii .
karai sev taakii karai dev sevaa, sune bain sohii lahe jñaan mevaa ॥८॥

japai jaap taako nahiin paap laage, dhare dhyaan taake sabai dosh bhaage .
binaa tohi jaane dhare bhav ghanere, tumhaarii kṛpaa tai sarai kaaj mere ॥९॥

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स वीडियो (Parasnath Stotra Lyrics)

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स लाभ (Parasnath Stotra Lyrics)

  • यह स्तोत्र भक्तों को भगवान पारसनाथ के प्रति श्रद्धा और भक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
  • यदि भक्त पारसनाथ स्तोत्र को नियमित रूप से पढ़ते हैं और भगवान पारसनाथ की आराधना करते हैं, तो उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • यदि भक्त पारसनाथ स्तोत्र को नियमित रूप से पढ़ते हैं, तो उन्हें अपने जीवन में आने वाले दुखों से मुक्ति मिलती है।
  • पारसनाथ स्तोत्र को सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला माना जाता है। यदि भक्त पारसनाथ स्तोत्र को नियमित रूप से पढ़ते हैं, तो उनके जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है।

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स विधि (Parasnath Stotra Lyrics)

पारसनाथ स्तोत्र को आप किसी भी समय किसी भी दिन कर सकते है इसे करने के लिए कोई विशेष समय या विधि नहीं है फिर भी यदि आप चाहे तो इस स्तोत्र को सुबह कर सकते है।


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पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स PDF

पारसनाथ स्तोत्र लिरिक्स FAQ

पारसनाथ स्तोत्र किसको समर्पित है ?

पारसनाथ स्तोत्र (Parasnath Stotra Lyrics) भगवान पारसनाथ को समर्पित है।

पारसनाथ स्तोत्र कब किया जाता है ?

पारसनाथ स्तोत्र (Parasnath Stotra Lyrics) किसी भी समय किया जा सकता है।

पारसनाथ स्तोत्र की पढ़ने की विधि क्या है ?

पारसनाथ स्तोत्र (Parasnath Stotra Lyrics)
को किसी भी समय किसी भी दिन पढ़ा जा सकता है इसे पढ़ने की कोई खास विधि नहीं है।

पारसनाथ कौन थे ?

भगवान पारसनाथ जैन धर्म के २३वे तीर्थकर थे।

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