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व्यंकटेश स्तोत्र (Venkatesh Stotra PDF) एक मराठी भाषा का भक्ति स्तोत्र है जो भगवान विष्णु के अवतार श्री व्यंकटेश को समर्पित है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों में विभाजित है और इसे 13वीं शताब्दी के संत कवि देविदास ने रचा था। इस स्तोत्र में व्यंकटेश स्तोत्र एक मराठी भाषा का भक्ति स्तोत्र है जो भगवान विष्णु के अवतार श्री व्यंकटेश को समर्पित है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों में विभाजित है और इसे 13वीं शताब्दी के संत कवि देविदास ने रचा था। इस स्तोत्र में
व्यंकटेश स्तोत्र को अक्सर तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा के दौरान गाया या पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र भारत में अन्य स्थानों पर भी लोकप्रिय है और इसे अक्सर भक्ति अनुष्ठानों के दौरान पढ़ा जाता है।
विषय सूची
Venkatesh Stotra PDF Detail
PDF Name | Venkatesh Stotra PDF |
PDF Size | 3.16 MB |
No.of Page | 16 |
Language | Marathi, English |
PDF Category | Hindu Books, Religion & Spirituality. |
व्यंकटेश स्तोत्र पीडीएफ (Venkatesh Stotra PDF)
व्यंकटेश स्तोत्र विधि (Venkatesh Stotra Vidhi)
- सबसे पहले, एक शांत और साफ स्थान चुनें जहां आप बिना किसी व्यवधान के बैठ सकते हो।
- अपने सामने भगवान विष्णु या श्री व्यंकटेश की तस्वीर या मूर्ति रखें।
- अपने हाथों को जोड़कर भगवान विष्णु का ध्यान करें
- व्यंकटेश स्तोत्र का पाठ शुरू करें।
- स्तोत्र का पाठ करते समय, अपनी भावनाओं को भगवान विष्णु तक पहुंचाने का प्रयास करें।
- स्तोत्र का पाठ पूरा होने के बाद, भगवान विष्णु का धन्यवाद करें और उनसे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रार्थना करें।
व्यंकटेश स्तोत्र लाभ (Venkatesh Stotra Benefit)
- इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और उनके आशीर्वाद मिलते हैं।
- इस स्तोत्र का पाठ करने से सभी दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- इस स्तोत्र का पाठ करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- इस स्तोत्र का पाठ करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- इस स्तोत्र का पाठ करने से शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।
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व्यंकटेश स्तोत्र से सबंधित प्रश्न (Venkatesh Stotra FAQ)
व्यंकटेश स्तोत्र किसने लिखा था?
व्यंकटेश स्तोत्र 13वीं शताब्दी के संत कवि देविदास ने लिखा था।
व्यंकटेश स्तोत्र में कितने श्लोक हैं?
व्यंकटेश स्तोत्र में 108 श्लोक हैं।
व्यंकटेश स्तोत्र किसके लिए समर्पित है?
व्यंकटेश स्तोत्र भगवान विष्णु के अवतार श्री व्यंकटेश को समर्पित है।
व्यंकटेश स्तोत्र का पाठ करने से क्या लाभ होते हैं?
व्यंकटेश स्तोत्र (Venkatesh Stotra PDF) का पाठ करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, सभी दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है, सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।
व्यंकटेश स्तोत्र का पाठ किस समय और किस दिन करना चाहिए?
व्यंकटेश स्तोत्र (Venkatesh Stotra PDF) का पाठ किसी भी समय और किसी भी दिन किया जा सकता है। हालांकि, यदि आप स्तोत्र का पाठ 21 दिनों तक लगातार करते हैं, तो इसका अधिक प्रभाव पड़ता है।
व्यंकटेश स्तोत्र के पाठ से क्या लाभ प्राप्त हो सकते हैं?
व्यंकटेश स्तोत्र (Venkatesh Stotra PDF) के पाठ से निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो सकते हैं:
भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
सभी दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।
व्यंकटेश स्तोत्र किस भाषा में है ?
व्यंकटेश स्तोत्र मराठी भाषा में है।
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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
रेखा डनसेना इकोनॉमिक्स में स्नातकोत्तर है और poojaaarti.com के मंदिर , त्यौहार और चालीसा के पोस्ट के अध्ययन और लेख में हमारा सहयोग करती है।