तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir), जिसे बेल टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है, असम के बोरडुबी में स्थित एक प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है। भगवान शिव को समर्पित, यह मंदिर भक्तों द्वारा प्रसाद के रूप में घंटियाँ लटकाने की अपनी विशिष्ट परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। ये घंटियाँ पूरी हुई इच्छाओं और आशीर्वाद का प्रतीक हैं। हजारों घंटियों से निर्मित मनमोहक माहौल के साथ, यह मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों महत्व रखता है, जो श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय अनुभव की तलाश में आकर्षित करता है।
इस मंदिर का नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स सर्वाधिक घंटी के लिए शामिल है। यहाँ पहले चायपत्ती का बागान हुआ करता था, उस बागान के कुछ लोगो ने देखा की बरगद वृक्ष के निचे एक शिवलिंग प्रकट हुआ है, फिर उनमे से एक श्रध्दालु ने उस शिवलिंग पर घंटी चढ़ा दी और शिव जी ने उसकी मनोकामना पूरी की थी।
विषय सूची
तिलिंगा मंदिर(Tilinga Mandir) का इतिहास
तिलिंगा मंदिर (बेल मंदिर) का इतिहास स्थानीय लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं में गहराई से निहित है। इस मंदिर की कुछ अनूठी कथाए और मान्यताए निम्नांकित है :
उत्पत्ति और कथाएँ : माना जाता है कि तिलिंगा मंदिर की स्थापना कई दशक पहले असम के बोरदुबी शहर में हुई थी। मंदिर की उत्पत्ति की कहानी एक स्थानीय किंवदंती से गहराई से जुड़ी हुई है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक श्रद्धालु व्यक्ति इस स्थान पर एक घंटी चढ़ाई थी और शिवजी ने उसकी इच्छा पूरी की थी जिसके परिणामस्वरूप, मंदिर परिसर में घंटियाँ लटकाने की प्रथा शुरू हुई। समय के साथ, इस परंपरा को लोकप्रियता मिली, और मंदिर को “तिलिंगा मंदिर” के रूप में जाना जाने लगा, स्थानीय असमिया भाषा में “तिलिंगा” का अर्थ “घंटी” है।
धार्मिक महत्व: यह मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख देवता भगवान शिव को समर्पित है। भक्त आशीर्वाद लेने और प्रार्थना करने के लिए मंदिर जाते हैं। वे प्रसाद के रूप में घंटियाँ लटकाते हैं, यह विश्वास करते हुए कि यह उनके जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लाएगी। पूजा के रूप में घंटियाँ चढ़ाने की परंपरा तिलिंगा मंदिर की विशेषता है और इसने इसकी विशिष्ट पहचान में योगदान दिया है।
तिलिंगा मंदिर कैसे पहुंचे?
असम के बोरदुबी में तिलिंगा मंदिर (बेल मंदिर) तक पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले असम पहुंचना होगा , मंदिर के सबसे निकटतम प्रमुख शहर डिब्रूगढ़ है। आप मोहनबाड़ी हवाई अड्डे के माध्यम से हवाई मार्ग से या डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से डिब्रूगढ़ पहुँच सकते हैं। डिब्रूगढ़ से, आप टैक्सी किराए पर ले सकते हैं, स्थानीय बस ले सकते हैं, या बोरदुबी तक पहुंचने के लिए अन्य उपलब्ध परिवहन विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं, जो डिब्रूगढ़ से लगभग 30-40 किलोमीटर दूर है।
बोरडूबी पहुंचने के बाद आप स्थानीय लोगों से तिलिंगा मंदिर (बेल मंदिर) के लिए दिशा-निर्देश पूछ सकते हैं। मंदिर एक प्रसिद्ध स्थल है, इसलिए स्थानीय लोगों को इस प्रसिद्ध मंदिर के बारे में अच्छे से पता है।
तिलिंगा मंदिर(Tilinga Mandir) के आस पास की घूमने लायक जगह
डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान
यह राष्ट्रीय उद्यान पक्षियों, स्तनधारियों और जलीय जीवन की विभिन्न प्रजातियों सहित अपनी विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है। यह प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए एक बेहतरीन जगह है।
जॉयपुर वर्षावन
बोर्डुबी से बहुत दूर स्थित, जॉयपुर रेनफॉरेस्ट विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है। यह ट्रैकिंग और अछूते जंगलों की सुंदरता का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है।
डिनजॉय सात्रा
यह धार्मिक संस्थान अपने सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है और असमिया परंपराओं, संगीत और नृत्य के केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह स्थानीय सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानने का स्थान है।
डिब्रूगढ़ टाउन
डिब्रूगढ़ शहर का ही अन्वेषण करें, जो अपने चाय बागानों, जीवंत बाजारों और स्थानीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है। आप शहर में घूम सकते हैं और स्थानीय वातावरण का आनंद ले सकते हैं।ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट
ब्रह्मपुत्र नदी इस क्षेत्र से होकर बहती है, और आप नदी के किनारे सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। कुछ क्षेत्र नौकायन और अन्य जल गतिविधियाँ प्रदान करते हैं।
तिनसुकिया
तिनसुकिया एक नजदीकी शहर है जिसे आप देखना चाहेंगे। यह अपने ऐतिहासिक स्थलों, बाज़ारों और सांस्कृतिक अनुभवों के लिए जाना जाता है।
मार्गेरिटा
मार्गेरिटा अपनी कोयला खदानों और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। शहर में घूमने के लिए दिलचस्प जगहें हैं, जिनमें मार्गेरिटा गोल्फ क्लब और नामदांग बीबी मजहर शामिल हैं।
तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) की तस्वीरें
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 2 tilinga mandir ke bahar ki photo](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/tilinga-1-1024x576.jpg)
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 3 tilinga mandir ki ghantiya](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/tilinga-2-1024x576.jpg)
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 4 mandir ka haal](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/tilinga-3-1024x576.jpg)
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 5 tilinga mandir ka raksha sutra stambh](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/tilinga-4-1024x576.jpg)
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 6 shiv ling ki photo](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/swayambhu-shivling-1024x576.jpg)
यह भी पढ़े
तिलिंगा मंदिर का रहस्य
सामान्य प्रश्न :
तिलिंगा पान क्या है?
यहाँ के लोगो के अनुसार शिवजी को घंटी का चढ़ावा देना ही तिलिंगा पान कहलाता है।
इस मंदिर का नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में क्यों दर्ज़ है?
इस मंदिर में विश्व में सबसे अधिक घंटीया है जो मंदिर में नहीं है।
तिलिंगा का मतलब क्या है ?
तिलिंगा एक असामी शब्द है जिसका मतलब घंटी होता है।
सभी देवी देवताओं के भक्ति गीत, भजन, मन्त्र और स्त्रोत के Lyrics Hindi + Lyrics English + Video + PDF के लिए poojaaarti.com पर visit करे।
आज का हमारा लेख पढ़ने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं। कृपया अपने अनुभव हमसे साझा करने के लिए हमारे facebook group पर जुड़े और हमारे facebook page को like करे। अगर आप इस लेख में कुछ सुधार चाहते है, तो कृपया comment के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते है।
![भए प्रगट कृपाला दीनदयाला (Bhaye Pragat Kripala Din Dayala) - Glory of Shri Ram 3 disclaimer](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/09/disclaimer-21.jpeg)
इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले।
![तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir) : Bell Temple of Hope 7 DSC 0151](https://poojaaarti.com/wp-content/uploads/2023/08/DSC_0151.jpg)
संजय इज़ारदार का रुझान बचपन से ही अध्यात्म की ओर रहा है। वे poojaaarti.com में मंदिरो और त्योहारों के पोस्ट में हमारा सहयोग करते है और हमसे शुरुआत से ही जुड़े हुए है।