श्री लक्ष्मी सहस्र नामावलिः (Lakshmi Sahastra Namavali)

Lakshmi Sahastra Namavali

श्री लक्ष्मी सहस्र नामावलिः (Lakshmi Sahastra Namavali) माता लक्ष्मी के नाम मंत्र है, माता लक्ष्मी को उनके भक्तगण अनेको नाम से याद करते है, लेख में माता लक्ष्मी के सहस्र नाम मंत्र संस्कृत में बताया गया है। यह मंत्र मुख्यतः लक्ष्मी पूजा और अन्य धार्मिक उत्सव पूजा के दिन पाठ किया जाता है। माता लक्ष्मी … Read more

कमल नेत्र स्तोत्रम् (Kamal Netra Stotram)

Kamal Netra Stotram

कमल नेत्र स्तोत्रम् (Kamal Netra Stotram) भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित है, जो भी भक्त इस स्तोत्र का पाठ गुरुवार के दिन भगवान श्री हरि विष्णु के पूजा अर्चना के समय किया जाता है, तो प्रभु श्री हरी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, उसके सभी कष्ट दूर हो जाते है और भगवान का … Read more

श्री तुलसी स्तोत्रम्‌ (Shri Tulsi Stotram)

Shri Tulsi Stotram

श्री तुलसी स्तोत्रम्‌ (Shri Tulsi Stotram) माँ तुलसी को समर्पित भक्ति स्तोत्र है। तुलसी माता, जिन्हें पूजनीयता से तुलसी वृंदावनी भी कहते हैं, एक प्रमुख पौधे की पूज्य अवतारिणी हैं जो विशेष धार्मिक महत्व रखती हैं। वैदिक साहित्य में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है और उन्हें भगवान विष्णु की प्रीता माना जाता है। तुलसी के पौधे … Read more

श्री शिव सहस्र नामावली (Shiv 1008 Sahastra Namavali)

Shiv 1008 Sahastra Namavali

श्री शिव सहस्र नामावली (Shiv 1008 Sahastra Namavali) भगवान श्री शिव के 1008 नाम मंत्र है, भगवान श्री शिवजी को उनके भ क्त अनेको नाम से याद करते है, लेख में भगवान श्री शिव के 1008 नाम मंत्र संस्कृत में बताया गया है। यह मंत्र मुख्यतः सोमवार, सत्संग समारोह, अन्य धार्मिक उत्सव और शिवरात्रि पूजा … Read more

अन्नपूर्णा स्तोत्रम् (Annapoorna Stotram)

Annapoorna Stotram

अन्नपूर्णा स्तोत्रम् (Annapoorna Stotram) माँ अन्नपूर्णा को समर्पित मंत्र है, इस मंत्र की रचना आदि गुरु शंकराचार्य ने की है। जो माँ अन्नपूर्णा की महिमा और आशीर्वाद के लिए पढ़ी जाती है। अन्नपूर्णा माता हिन्दू धर्म में भोजन की देवी के रूप में पूजी जाती है, और उन्हें जीवन के रोजमर्रा के भोजन का प्रतीक माना जाता … Read more

भैरवी वंदना (Bhairavi Vandana)

Bhairavi Vandana

भैरवी वंदना (Bhairavi Vandana) माँ भैरवी को समर्पित शक्तिशाली मंत्र है। इस मंत्र का पाठ भक्तों द्वारा माँ भैरवी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस मंत्र का पाठ स्त्री व पुरुष किसी के भी द्वारा किया जा सकता है। यह मंत्र माँ भैरवी को अत्यधिक प्रिय है। जो भी मनुष्य अपने आप … Read more

श्री कृष्णाष्टकम् (Shri Krishnashtakam)

Shri Krishnashtakam

श्री कृष्णाष्टकम् (Shri Krishnashtakam) भगवान श्री कृष्ण को समर्पित मंत्र है जिसकी रचना आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा किया गया है। माना जाता है कि भक्ति और शुद्ध हृदय के साथ श्री कृष्णाष्टकम् (Shri Krishnashtakam) मंत्र का जाप करने से शांति, आध्यात्मिक विकास और भगवान कृष्ण के साथ जुड़ाव की भावना आती है। यह परमात्मा के साथ … Read more

मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे (Mera koi na sahara bin tere)

Mera koi na sahara bin tere

मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे (Mera koi na sahara bin tere) एक प्रसिद्ध श्री कृष्ण भजन है, जिसे पूज्य श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज द्वारा अक्सर सतसंग समारोह में गाया गया है। यह भजन भगवान श्री कृष्ण की आराधना करता है। यह भजन भारत में बहुत लोकप्रिय है। इसे अक्सर मंदिरों, घरों, सतसंग समारोह और सार्वजनिक समारोह … Read more

तुलसी विवाह मंगलाष्टक (Tulsi Vivah Mangalashtak)

Tulsi Vivah Mangalashtak

माता तुलसी और भगवान शालिग्राम (विष्णु) के विवाह के अवसर पर विशेष पूजा के साथ तुलसी विवाह मंगलाष्टक (Tulsi Vivah Mangalashtak) मंत्र का उपयोग किया जाता है। लेख में दिए गए मंत्रो का पाठ करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। तुलसी विवाह एक पौराणिक कथा के अनुसार होने वाले एक पर्व है, जिसमें तुलसी … Read more

पति प्राप्ति पार्वती स्तोत्रम् (Pati Prapti Parvati Stotra)

Pati Prapti Parvati Stotra

पति प्राप्ति पार्वती स्तोत्रम् (Pati Prapti Parvati Stotra) का पाठ माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। भक्त माँ पार्वती से विवाह में देरी एवं योग्य वर प्राप्त नहीं होने के कारण इस स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ किया जाता है, ताकि माता पार्वती प्रसन्न हो और उन्हें योग्य वर प्रदान करे। पति … Read more