श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti)

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) “ऊँ जय सूर्य भगवान,” एक पूजा आरती है जो सूर्य देव को समर्पित की जाती है।श्री सूर्य देव आरती सूर्य देव की महिमा का गुणगान करती है श्री सूर्य देव आरती सूर्य देव के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए गाई जाती है। यह आरती सूर्योदय और सूर्यास्त के समय अधिक गाई जाती है।

श्री सूर्य देव आरती के लाभ (Shree Surya Dev Aarti Benefits)

  1. सौभाग्य और समृद्धि:
    सूर्य देव की पूजा और आरती करने से सौभाग्य, समृद्धि और सफलता में वृद्धि होती है।
  2. आरोग्य:
    सूर्य देव की पूजा से आरोग्य और तंदुरुस्ती की प्राप्ति होती है।
  3. सूर्य ग्रह के दोष का शांति करना:
    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह के दोष को दूर करने के लिए सूर्य देव की आरती का पाठ किया जाता है.
  4. जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति:
    सूर्य देव की पूजा और आरती करने से जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति होती हैं.

श्री सूर्य देव आरती का वीडियो (Shree Surya Dev Aarti video)

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श्री सूर्य देव आरती लिरिक्स हिंदी में (Shree Surya Dev Aarti Lyrics In Hindi)

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान ।
जगत् के नेत्र स्वरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ।
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

सारथी अरूण हैं प्रभु तुम,
श्वेत कमलधारी ।
तुम चार भुजाधारी ॥
अश्व हैं सात तुम्हारे,
कोटी किरण पसारे ।
तुम हो देव महान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

ऊषाकाल में जब तुम,
उदयाचल आते ।
सब तब दर्शन पाते ॥
फैलाते उजियारा,
जागता तब जग सारा ।
करे सब तब गुणगान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

संध्या में भुवनेश्वर,
अस्ताचल जाते ।
गोधन तब घर आते॥
गोधुली बेला में,
हर घर हर आंगन में ।
हो तव महिमा गान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

देव दनुज नर नारी,
ऋषि मुनिवर भजते ।
आदित्य हृदय जपते ॥
स्त्रोत ये मंगलकारी,
इसकी है रचना न्यारी ।
दे नव जीवनदान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

तुम हो त्रिकाल रचियता,
तुम जग के आधार ।
महिमा तब अपरम्पार ॥
प्राणों का सिंचन करके,
भक्तों को अपने देते ।
बल बृद्धि और ज्ञान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

भूचर जल चर खेचर,
सब के हो प्राण तुम्हीं ।
सब जीवों के प्राण तुम्हीं ॥
वेद पुराण बखाने,
धर्म सभी तुम्हें माने ।
तुम ही सर्व शक्तिमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

पूजन करती दिशाएं,
पूजे दश दिक्पाल ।
तुम भुवनों के प्रतिपाल ॥
ऋतुएं तुम्हारी दासी,
तुम शाश्वत अविनाशी ।
शुभकारी अंशुमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान ।
जगत के नेत्र रूवरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ॥
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान ॥

श्री सूर्य देव आरती लिरिक्स अंग्रेजी में (Shree Surya Dev Aarti lyrics In Englilsh)

surya dew aarti english

Sarathi Arun Hai Prabhu Tum, Shwet Kamaladhari। Tum Char Bhuja Dhari॥
Ashwa Hai Sath Tumharey, Koti Kirana Pasarey। Tum Ho Dev Mahan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Usha Kal Mein Jab Tum, Udayachal Aate। Sab Tab Darshan Patey॥
Phailatey Ujiyara, Jagata Tab Jag Sara। Karke Sab Tab Gungan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Sandhya Mein Bhuvaneshvar, Astachal Jate। Godhan Tab Ghar Aate॥
Godhuli Bela Mein, Har Ghar Har Angan Main। Ho Tav Mahima Gaan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Dev Danuj Nar Naari, Rishi Munivar Bhajate। Aditya Hriday Japate॥
Strot Ye Mangalakari, Isaki Hai Rachana Nyari। De Nav Jeevanadan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Tum Ho Trikal Rachiyata, Tum Jag Ke Adhar। Mahima Tab Aparampar॥
Pranon Ka Sinchan Karake, Bhakton Ko Apane Dete। Bal Braddhi Aur Gyan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Bhoochar Jalchar Khechar, Sab Ke Ho Pran Tumhi। Sab Jeevo Ke Pran Tumhi॥
Ved Puran Bhakhane, Dharm Sabhi Tumhen Maney। Tum Hi Sarv Shaktiman॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Pujan Karti Dishayein, Pujey Sabdikpal। Tum Bhuvno Ke Pratipal॥
Rituyain Tumhari Dasi, Tum Shashta Avinashi। Shubhkari Anshuman॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

Om Jai Surya Bhagwan, Jai Ho Dinkar Bhagwan।
Jagat Ke Netra Swaroopa, Tum Ho Triguna Swaroopa।
Dharat Saba Hi Tab Dhyan, Om Jai Surya Bhagwan॥
॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥

श्री सूर्य देव आरती पीडीएफ (Shree Surya Dev Aarti PDF)

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श्री सूर्य देव आरती से जुड़े कुछ प्रश्न (Shree Surya Dev Aarti FAQ)

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) क्या है?

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) एक धार्मिक आरती है जिसमें सूर्य देव की पूजा की जाती है। यह आरती भक्तों द्वारा सूर्योदय और सूर्यास्त के समय प्रार्थना के साथ की जाती है।

श्री सूर्य देव आरती(Shree Surya Dev Aarti) कब की जाती है?

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) सूर्योदय और सूर्यास्त के समय की जाती है। श्री सूर्य देव आरती श्रद्धा के साथ की जाती है

श्री सूर्य देव (Shree Surya Dev Aarti) आरती का पाठ किस समय किया जाता है

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) का पाठ पूजा के समय किया जाता है। श्री सूर्य देव आरती का पाठ विशेष भक्ति और आदर के साथ किया जाता है।

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) का क्या महत्व है?

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) का महत्व बहुत अधिक है। सूर्य देव को सृष्टि के पालनहार के रूप में माना जाता है। वे जीवन के लिए आवश्यक प्रकाश और ऊर्जा प्रदान करते हैं। सूर्य देव आरती का पाठ करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। इससे जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है।

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) कब और कैसे की जाती है?

श्री सूर्य देव आरती (Shree Surya Dev Aarti) सुबह सूर्योदय के समय की जाती है। आरती के लिए एक थाली में फूल, धूप, दीप रखे जाते हैं।

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इस पोस्ट में लिखी गयी सारी जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, कृपया इसे विशेषग्य की सलाह न समझे एवं poojaaarti.com किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है और किसी भी आरती, भजन या कथा को करवाने की विधियों के लिए अपने नजदीकी विशेषग्य की राय ले। 

Updated on May 11, 2024

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